ट्रांसफर नीति का ट्रायल सॉफ्टवेयर से कैबिनेट मीटिंग में होगा

शिमला

राज्य मंत्रिमंडल की तीस जुलाई को प्रस्तावित बैठक में शिक्षकों के तबादले करने के लिए तैयार की गई नई नीति का ट्रायल होगा। इस दौरान जिला शिमला के एचटी और सीएचटी कैडर के सॉफ्टवेयर से तबादले करके दिखाए जाएंगे। मंत्रिमंडल की बीती बैठक में समय की कमी के कारण यह प्रस्तुति नहीं हो सकी थी। प्रदेश की सत्ता पर काबिज होते ही भाजपा सरकार ने सॉफ्टवेयर के माध्यम से शिक्षकों के तबादले करने की नीति बनाने की घोषणा की थी।

बीते ढाई साल के दौरान इसको लेकर कई बैठकें र्हुइं। पड़ोसी राज्यों के मॉडल को स्टडी भी किया गया, लेकिन प्रस्ताव सिरे नहीं चढ़ सका। अब सरकार ने दोबारा से इस प्रस्ताव में दिलचस्पी दिखाई है। बीते दिनों मंत्रिमंडल के समक्ष दी गई प्रस्ताव की प्रस्तुति से अधिकांश मंत्री सहमत नजर आए थे। लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर अंतिम फैसला लेने से पहले इस तकनीक का प्रैक्टीकल देखने की मंत्रियों ने इच्छा जताई थी।
इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने शिमला जिला के सीएचटी और एचटी का डाटा सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर मंत्रिमंडल को तबादलों का ट्रायल दिखाने की पूरी तैयारी कर ली है। इस ट्रायल के दौरान कुछ शिक्षकों के तबादले करने के लिए सॉफ्टवेयर में कमांड दी जाएगी। मंत्रियों को बताया जाएगा कि सॉफ्टवेयर किस तरह से इन शिक्षकों की अभी तक की सभी नियुक्तियों को देखते हुए उन्हें किस प्रकार अंक देगा और नया स्कूल किस प्रकार से अलॉट किया जाएगा।

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